केंद्रीय बजट 2021 के भाषण के बाद ये साफ हो गया है LIC का आगामी कुछ दिनो में आने वाला है | वित्त मंत्री निर्मला सितारमन ने ऐलान किया है की देश की सबसे बड़ी इन्सोरेंस कंपनी LIC मे अब सरकार की हिस्सेदारी को 74% कम कर दिया जाएगा |साफ शब्दो मे कहे तो LIC की अब 74% हिस्सा को IPO के जरिये आम लोगों को दे दिया जाएगा | सरकार ने इस IPO से 72 हजार करोड़ रूपये जुटाने का ल्क्षय रखा है |अभी तक इसमे सरकार की 100% हिस्सेदारी थी |
अब हम LIC का छोटा सा परिचय आपके सामने पेश करते है :-
LIC की स्थापना भारत सरकार द्वारा जनवरी 1956 मे की गयी थी |इसका मुख्यालय मुंबई मे है|पूरे देश भर मे LIC की 2000 से ज्यादा कार्यालय है | वैसे तो एलआईसी कई क्षेत्रों मे काम करती है पर इसके प्रमुख उत्पाद निम्न है :-
- जीवन बीमा
- स्वास्थ्य बीमा
- म्यूचुअल फंड
- हाउसिंग फाइनेंस
अब आइए हम जानते है की IPO क्या होता है ?
क्या होता है IPO?
दोस्तों सबसे पहले हमे ये जानना बहुत जरूरी है की IPO क्या होता है ..
IPO का पुरा नाम Initial Public Offer होता है |इसके नाम से ही साफ है की ये पूरी तरह जनता के लिए समर्पित होता है |यानी देखा जाय तो इंडस्ट्री मे IPO के जरिये पैसा लगाने का एक बेहतर बिकल्प है | किसी भी कंपनी का IPO लाने का सीधा सा मतलब ये होता है की कंपनी पब्लिक को अपने यह निवेश करने का ऑफर प्रदान करती है जिससे कोई भी वयस्क व्यक्ति डिमेट अकाउंट के जरिये अपने पूजी को निवेश कर सकता है |
आम तौर पर IPO मे निवेशक के तरफ से लगाई गई रकम सीधे संबन्धित कंपनी के पास जाती है ,परंतु विनिवेश के मामले मे या कहे तो इस LIC IPO के मामले मे ये रकम सीधे सरकार के पास जाएगी ,फिर शेयर मार्केट मे सूचीबद्ध (लिस्टिंग ) होने के बाद बेचा जा सकेगा |
LIC को IPO क्यों लाना पड़ा ?
ये एक बहुत बड़ी चर्चा का विषय हो सकता है की LIC को IPO क्यों लाना पड़ा … लेकिन इसे आसान भाषा मे समझने की कोशिश करे तो कोई कंपनी IPO लाती है जब उसे अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता पड़ती है |पूजी को बढ़ाने के लिए मात्र दो ही बिकल्प मौजूद है .. पहला बैंक से कर्ज लेना और दूसरा IPO जिसका हम अभी चर्चा कर रहे है |जो की सबसे अच्छा बिकल्प माना जात है |
मौजूदा समय मे देखा जाय तो भारत सरकार भी बीतीय संकट का सामना करने के लिए मजबूर है ,इसे इस बीतीय संकट से उबरने का एक रास्ता के रूप मे देखा जा रहा है |इसका मतलब ये भी नही की पूरी बीतीय कमी की भरपाई इस LIC के IPO से हो जाएगा ,लेकिन हा सरकार को अनुमान है की इस IPO के जरिये 72 हजार करोड़ की रकम जुटाई जा सकती है जो की इतनी छोटी रकम भी नहीं है |
इससे LIC ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा ?
जब से इस बात का एलान हुआ है तब से कई तरह के कयास लगाए जा रहे है ,इसमे एक सनसय ये भी है की IPO लाने से LIC के वर्तमान ग्राहको का कोई नुकसान तो नहीं होने वाला …?
बित्तीय एक्सपर्ट मानते है की इतना तो जरूर है की भारत सरकार और LIC को इस IPO से फायदा होने वाला है क्योकि इस जुटाई गयी रकम से और बड़ा बिस्तार किया जाएगा ,लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल भी नहीं है की इसका असर ग्राहको पर प्रतिकूल पड़ेगा | ग्राहको को इसका कोई भी नुकसान नहीं होने वाला है |
LIC के इस IPO की सबसे बड़ी बात ये है की कुल IPO का 10% हिस्सा LIC ग्राहको के लिए सुरक्षित भी रखा जाएगा ,जो की एक अवसर के रूप मे देखा जा रहा है | मौजूदा ग्राहको मे इकच्छुक ग्राहक इसका फायदा उठा सकते है ,ऐसा एक्सपर्ट का मानना है |
निवेशकों को ध्यान देने वाली एक और बात है की किसी भी तरह के शेयर मार्केट मे होने वाले अपने नुकसान की पूरी ज़िम्मेदारी निवेशक की होती है | इसका मतलब ये है की IPO मे लगाए गए पैसे कंपनी share market मे लगाती है ,जिसके नुकसान की भरपाई कही से भी नहीं मिलती है इसका फैसला आप खुद अपने विवेक से कर सकते है |
LIC के IPO मे कौन -कौन Invest कर सकता है ?
आम तौर पर देखा जाय तो कोई भी वयस्क व्यक्ति जो मानसिक रूप से स्वस्थय हो IPO मे निवेश कर सकता है ,लेकिन इसके लिए संबन्धित व्यक्ति के पास आयकर विभाग द्वारा दिया गया एक पैन कार्ड के साथ ,डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है ,केवल IPO लेने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी नहीं है पर अगर आप लिस्टिंग पर अपने शेयर को बेचना चाहते है तब निश्चित रूप से इसकी आवश्यकता पड़ने वाली है |
अगर आप LIC के IPO के बारे मे जानना चाहे तो इसे अपने ग्राहकों के लिए 10% सुरक्षित रख लिया जाएगा | बाकी के 90 % हिस्सा मे भी ग्राहक अपना निवेश कर सकेंगे पर 10% का कोटा सिर्फ उनही के लिए है ,जिसमे कोई बाहरी व्यक्ति निवेश नहीं कर सकता |
अगर आपको पता नहीं है की IPO के लिए आवेदन कैसे करते है ,तो अब आपको हम बताएँगे की IPO मे आवेदन का क्या तरीका है …?
LIC IPO के लिए आवेदन कैसे करें .. ?
आप IPO के लिए दो तरीको से आवेदन कर सकते है …
- ऑनलाइन
- ऑफलाइन
ऑनलाइन आवेदन मे आप सीधे तौर पर ब्रोकर द्वारा दिये गए संबन्धित कंपनी के ट्रेडिंग वैबसाइट पर जा कर दिये गए अप्लीकेसन को अच्छे तरीके से समझने के बाद सही सही जानकारी भरनी होती है .. |ऑनलाइन आवेदन करने का एक फायदा ये भी है की आपका आवेदन तत्काल प्रभाव से संबन्धित कंपनी के पास चला जाता है ,और अप्लीकेसन मे त्रुटि की गुंजाइस भी कम होती है |
ऑफलाइन आवेदन मे आपको आवेदन फॉर्म मे सही सही जानकारी भरने के बाद इसे संबन्धित कार्यालय मे खुद जमा करना पड़ता है जो की एक ब्रोकर के माध्यम से होता है |
IPO की कीमत कैसे तय की जाती है ?
निवेश को निवेश से पहले ये जान लेना बहुत जरूरी है की IPO की कीमत तय करने का मुख्य आधार क्या है .. ?
बाजार IPO की कीमत मुख्यतः दो तरीको से तय की जाती है ,जो की निम्न है :-
- 1 ) Fixed price IPO
2 )Bookbuild IPO
1 ) Fixed price IPO मे संबन्धित कंपनी अपने सारे देनदारियों ,संपति और हर बीतीय पहलू को अच्छे से मूल्यांकन कर अपने shares के संख्या को ध्यान मे रखते हुये ,shares के कीमत को तय कर देती है |यहा shares की कीमत जारी होने के पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक निष्चित होती है |
2) Bookbuild IPO मे कंपनी अपने shares को भेचने के लिए ,निवेशको से अलग अलग कीमत पर बोली मांगती है |shares के जारी करने के पहले और आखिरी दिन तक बोली लगाने की प्रक्रिया चलती रहती है | जिससे कंपनी को पता करने मे ये आसानी होती है की shares की क्या कीमत होनी चाहिए |
आशा करता हु हमारी ये लेख आपको IPO के बारे मे जानने मे सहायक सिद्ध होगी |