e-Rupi क्या है ? ई-रूपी कैसे काम करता है | What is e-Rupi full details in Hindi .

1 दिसंबर 2022 को e-Rupi को लॉन्च होने के साथ ही ये जानना हम सबके लिए बहुत जरूरी हो गया की आखिर ये e-Rupi क्या है ? यह कैसे काम करता है ? तो चलिये विस्तार से जानते है इसके बारे मे –

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

बहुत गर्व के साथ कह सकते है की अब भारत ई-रूपी (e-Rupi) या डिजिटल करेंसी (Digital currency ) के माध्यम से डिजिटल इंडिया की तरफ एक कदम और आगे बढ़ चुका है | जी हाँ | ऐसा इसलिए ,क्योकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2022 मे ही भारतीय ई-रूपी (e-Rupi) या डिजिटल करेंसी (Digital currency ) को हरी झंडी दे दी है | इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था और साथ मे भारतीय नागरिकों को एक निश्चित ही नया विस्तार मिलेगा ,ऐसा विशेषज्ञों का मानना है |

अब हम आगे विस्तार से जानेंगे की यह ई-रूपी (e-Rupi) या डिजिटल करेंसी (Digital currency ) क्या है ? यह कैसे काम करता है ?

महत्वपूर्ण जानकारी

e-Rupi क्या है ?

सरल भाषा मे कहा जाय तो e-Rupi भारतीय मुद्रा का नया रूप है ,जो पूरी तरह डिजिटल है |या ये कहे की e-Rupi contactless digital payment system है | इसके द्वारा बिना किसी के संपर्क मे आये पैसे का लेनदेन कर सकते है | जिसे आप कभी छु नहीं सकते ,केवल अपने मोबाइल फोन मे देख सकते है |

यह ब्लॉक चेन की तकनीक पर आधारित है पर ,इसका मतलब ये नहीं की ये क्रिप्टो की तरह उतार चढ़ाव से गुजारेगा | यह क्रिप्टो से बिलकुल अलग होगा | क्योकि क्रिप्टो किसी भी देश के सरकार के नियंत्रण मे नहीं है ,यह मार्केट के डिमांड के आधार पर मूल्य तय करता है ,जबकि e-Rupi पूरी तरह से CBDC (Central board digital currency) RBI या भारतीय अर्थव्यवस्था के मानक के रूप मे काम करेगा |

क्रिप्टो या अन्य डिजिटल करेंसी की तरह इसके मूल्य मे कभी भी गिरावट या बढ़ोतरी नहीं आ सकती | क्योकि इसका मूल्य नहीं केवल रूप बदला गया है | जैसे -दस रुपए अभी हमे दो रूप मे प्रपट होता है ,पहला -नोट ,और दूसरा -सिक्का |लेकिन दोनों के मूल्य मे कोई अंतर नहीं आता है | इसी तरह इसका एक और रूप आ गया है जो की e-Rupi है ,और इसके कीमत मे भी कोई अंतर नहीं आ सकता है |

यह ठीक ऐसे ही काम करता है ,जैसे आपके जेब या पर्स मे रखे पैसे काम करते है | इनसे आप हर तरह के काम कर सकते है | जैसे – दुकानों पर ख़रीदारी करना ,बिल भरना , आपसी लेन देन करना ,या जहां कही भी चाहे इसका उपयोग बहुत आसानी से कर सकते है |

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

अभी आपने ये जाना की , आप इसे अपने मोबाइल फोन मे ही देख सकते है ,तो इसका उपयोग तथा लेन देन भी मोबाइल के जरिये ही हो पाएगा | अब आपके मन मे एक सवाल जरूर आ रहा होगा की जो लोग ,मोबाइल मे इंटरनेट का उपयोग नहीं करते है ,वे लोग इस ई-रूपी (e-Rupi) या डिजिटल करेंसी (Digital currency ) का लेनदेन कैसे कर पाएंगे ? तो इस सवाल का जवाब बहुत ही सीधा एवं दिलचस्प भी है | क्योकि इस प्रणाली को इस तरह से विकसित किया गया है की इसे आप बिना इंटरनेट के , केवल SMS के द्वारा भी लेन देन तथा ख़रीदारी कर सकते है |

e-Rupi कैसा होता है ?

अगर ये कहे की e-Rupi एक फोटो की तरह होता है तो ये गलत नहीं होगा | क्योकि इसे मोबाइल मे एक image या फोटो के रूप मे ही देख पाएंगे | जिसे तकनीकी रूप से टोकन कहा जाता है | लेकिन इसकी कानूनी मान्यता RBI द्वारा दी गयी है ,जिससे पूरी तरह से ये लीगल टेंडर है | इसे आप रुपए की जगह आसानी से उसके वास्तविक मूल्य से उपयोग करने मे सक्षम होंगे |

ई-रूपी (e-Rupi) या डिजिटल करेंसी (Digital currency ) को आप बड़े आसानी से बैंक मे डिपॉज़िट करा सकते है या निकाल भी सकते है |अभी वर्तमान मे यह सभी बैंको मे सेवा उपलब्ध नहीं है | क्योकि कुछ चुनिन्दा जगहो पर विशेष बैंक को यह अधिकार दिया गया है , जिसकी जानकारी आपको इसी लेख मे नीचे मिल जाएगी |

e-Rupi को बैंक मे जमा करने और निकालने की सीमा और नियम वैसे ही है जैसे की पहले से है | बैंक से e-Rupi निकालने की सीमा आपके खाते के प्रकार पर निर्भर होगा तथा 50 हजार या इससे ज्यादा कैश निकालने पर आपको अपने पैन कार्ड की जानकारी देने होंगे ,जैसे पहले दिये जाते थे |

एक बार जब e-Rupi आपके पास आ गया तो इसकी जानकारी सरकार को भी नहीं होगी की आपके पैसे कहा और कितने खर्च हुये | यह पूरी तरह आपके ऊपर निर्भर करता है की आप अपने पैसे कहा कर्च करे |

लेकिन खबर यह भी है की सरकारी योजनाओ द्वारा मिले हुये e-Rupi ,आप सिर्फ उसी काम के लिए खर्च कर पाएंगे ,जिस काम के लिए सरकार ने आपको पैसे दिये है | जैसे की सरकारी योजना से आपको खेती के बीज और जरूरी खाद के लिए पैसे मिले है तो ,आप उस e-Rupi या टोकन का उपयोग किसी और बस्तु के ख़रीदारी के लिए नहीं कर पाएंगे |

ई-रूपी (e-Rupi) या डिजिटल करेंसी (Digital currency ) कैसे काम करता है ?

यह पूरी तरह से ब्लॉक चेन की टेक्नालजी पर आधारित है ,और उसी के माध्यम से इसकी गणना या हिसाब रखा जाएगा | यह क्रिप्टो की तरह अनियंत्रित नहीं है | यह पूर्णतया भारत सरकार के कंट्रोल मे रहेगा | लेकिन यह कंट्रोल सिर्फ उतना ही रहेगा ,जितना वास्तविक नोट पर रहता है | एक बार यह आम आदमी के पास आने के बाद किसी का कोई कंट्रोल नहीं होगा | आप जैसे चाहे खर्च कर सकते है ,इसे कोई भी ट्रैक नहीं कर सकता , जैसे की वास्तविक नोट या फिजिकल करेंसी के साथ होता है |

e-Rupi को रखने के लिए एक विशेष प्रकार का ऐप्प बनाया गया है ,जिसे आपको अपने मोबाइल के प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से डाउन्लोड करना होगा ,जिसे आपके बैंक द्वारा प्रमाणित किया जाता है | यह ऐप आपके लिए वोलेट की तरह काम करता है | जैसे आप अपने वोलेट मे अपने नोट या सिक्के को रखते है ,वैसे ही इस वोलेट मे आपका e-Rupi का नोट या टोकन रहेगा |

इसमे ध्यान देने वाली एक बात और भी है की यह e-Rupi केवल अंको मे नहीं होगा | कहने का मतलब है की -जैसे आपके वोलेट मे एक हजार है तो यह 100-100 के दस ,200-200 के पाँच या 500-500 के दो टोकन हो सकते है ,जिसे आप बैंक या किसी मर्चेन्ट से फ़िज़िकल करेंसी मे भी एक्स्चेंज कर सकते है |

इससे लेन देन या ख़रीदारी बहुत ही सहज और आसान तरीके से की जाएगी | जैसे आप अब तक UPI के द्वारा अधिक मात्रा मे ख़रीदारी करते आये है ,ठीक वैसे ही ई-रूपी (e-Rupi) या डिजिटल करेंसी (Digital currency ) के लिए भी तरीके बनाए गए है | आप QR कोड को स्कैन कर के पैसे ट्रान्सफर कर सकते है या फिर ID या मोबाइल नंबर पर भी आसानी से पैसे भेज सकते है | इसकी एक बड़ी खासियत यह भी है की आप इसे इन्टरनेट या बिना इंटरनेट के भी एक जगह से दूसरे जगह भेज सकते है |

e-Rupi की जरूरत क्यो है ?

e-Rupi CBDC द्वारा जारी किए गए नोटो का एक डिजिटल रूप है | जिसे आम बजट वित्त वर्ष 2022-2023 मे तत्कालीन वित्त मंत्री निर्मला सीता रमन द्वारा ऐलान किया गया था की ब्लॉक चैन के तर्ज पर काम करने वाला डिजिटल करेंसी आने वाला है , जिसका मुख्य उद्धेश्य आम नागरिकों को भुगतान के लिए एक अलग विकल्प देना है | जो UPI की तरह लेन देन मे आसान है |

अब आप सोच रहे होंगे की अगर यह e-Rupi पूरी तरह से UPI मॉडल पर पैसे का अदान प्रदान करता है तो इसकी क्या जरूरत थी ,क्योकि यह काम तो पहले ही UPI से हो रहा था | तो आपका सोचना सही है पर ,यह केवल UPI की तरह ट्रान्सफर किया जा सकता है ,लेकिन UPI से बहुत अलग है |

क्योकि UPI से होने वाले हर एक रुपए का डाटा बैंक के पास जाता है ,और बैंक से सरकार जब चाहे ले सकती है | पर इसके साथ ऐसा बिलकुल भी नहीं है | आपने -अपने वोलेट मे पैसा अगर बैंक से लिया तो यह सूचना बैंक के पास आवश्य रहेगी ,पर आपने कही और से लिया या किसी और को दिया तो यह डाटा केवल आपके पास और आपसे संबन्धित व्यक्ति के पास होगी |

इसलिये e-Rupi के जरूरत का एक कारण यह भी है की यह बिलकुल असली नोट या फ़िज़िकल रुपए की तरह गोपनियता को बरकरार रखने मे सक्षम है | यानि आपने अपना ई रूपी को कहा और कितना खर्च किया, यह जानकारी आपके अलावा किसी और को तब तक नहीं होगी जब तक आप उसे नहीं बताएँगे | लेकिन इसके जरूरत का असली कारण ,इससे होने वाले और कई लाभ भी है ,जो नीचे इसी लेख मे आपको बताने वाले है |

e-Rupi से लेन -देन (payment ) कैसे करें ?

e-Rupi से लेन -देन (payment ) करना बहुत ही आसान है | जैसे आपने अभी तक UPI से QR कोड को स्कैन करके या फिर मोबाइल नंबर के माध्यम से पेमेंट किया ,वैसे ही इसके ऐप्प या वोलेट की एक अलग आईडी या QR कोड होता है , जो आपको पेमेंट करने मे मदद करता है |

e-Rupi बैंक द्वारा अपने ग्राहक को एक ऐप्प मे दिया जायेगा ,जिसे हम डिजिटल वोलेट भी कह सकते है |हो सकता है आने वाले समय मे बैंक अपने ऐप्प मे ही इस वोलेट को मर्ज कर दे |

जो नोट आपको दिये जाएंगे ,उसमे एक ,दो ,पाँच ,दस ,बीस ,पचास ,सौ ,पाँच सौ या दो हजार के टोकन हो सकते है | और जिसका मूल्य असली नोट या सिक्के के बराबर होता है |

अगर आप कही से कोई लेन देन करना चाहते है या कोई समान खरीदना चाहते है तो ,उस सामन के बराबर मूल्य के ई -रूपी देने के लिए अपने मर्चेन्ट या दुकानदार के QR कोड को स्कैन करना होगा जिससे e-Rupi आपके वोलेट से उसके वोलेट मे ट्रान्सफर हो जाएगी |और इस तरह से अपना लेन देन , ख़रीदारी या दैनिक जरूरत को आसानी से पूरा कर सकते है |

e-Rupi और UPI मे क्या अंतर है ?

आपके मन मे एक सवाल आ रहा होगा की e-Rupi और UPI, उपयोगिता के दृष्टि से एक समान है ,फिर इस e-Rupi की क्या जरूरत पड़ गयी जबकि UPI तो हमारे पास पहले से था ही | तो आपका ये जान लेना जरूरी है की e-Rupi और UPI के अदान प्रदान के मॉडल मे समानता है ,बाकी ये एक दूसरे से काफी भिन्न है | जैसे –

e-Rupi UPI
e-Rupi भारतीय रुपया का एक डिजिटल रूप है |UPI रुपए के अदान प्रदान के व्यवस्था को डिजिटल बनाता है |
इसे डाइरैक्ट एक वोलेट से दूसरे वालेट के बीच ट्रान्सफर किया जाता है | यह दो बैंको के बीच ट्रान्सफर का माध्यम मात्र है |
इसके ट्रान्सफर की सूचना आपके बैंक या RBI को नहीं जाती है |UPI से ट्रान्सफर की हर एक जानकारी आपके बैंक मे दर्ज होती है |
आपके वोलेट मे उपस्थित नोट या सिक्कों को ही ट्रान्सफर कर सकते है |इसमे आप मात्र कुछ पैसों को ( जैसे -1.23 रूपये ) भी ट्रान्सफर कर सकते है |
इसमे ट्रान्सफर किए जाने वाले रूपये आपके वोलेट से डिडक्ट किए जाते है |इसमे ट्रान्सफर किए जाने वाले रूपये डाइरैक्ट आपके बैंक अकाउंट से डिडक्ट किए जाते है |
इसेके उपयोग के लिए बैंक अकाउंट की आवश्यकता नहीं है |UPI को आप बिना बैंक अकाउंट को लिंक किए उपयोग नहीं कर पाते है |
difference between e-Rupi and UPI

e-Rupi और Physical currency मे क्या अंतर है ?

e-Rupi और Physical currency के बीच के अंतर को अच्छी तरह से समझना बहुत जरूरी है ,ताकि दोनों के उपयोगिता को आसानी से जाना जा सके | तो आइए जानते है की e-Rupi और Physical currency मे क्या अंतर है –

e-Rupi Physical currency
e-Rupi electronic रुपया होता है |यह कागज अथवा मेटल का बना होता है |
इसके रख रखाव मे कोई रिस्क या खर्चा नहीं आता |इसके रख रखाव मे काफी खर्चा और रिस्क होता है |
यह कभी भी खराब नहीं होता है |यह फट सकता है ,जल सकता है और पानी से गल सकता है |
यह नकली नहीं हो सकता है |यह नकली हो सकता है |
इसे आप कही भी मोबाइल से भेज सकते हो |इसे संबन्धित व्यक्ति तक आपको लेकर जाना पड़ता है |
difference between e- rupi and physical currency

ये भी पढ़ें – Digital currency और Crypto currency में क्या अंतर है ? 

e-Rupi के लेन देन की सीमा क्या है ?

आपको पता होगा की भारतीय अर्थव्यवस्था को संतुलित रखने के लिए लेनदेन संबंधी कई तरह के कानून बनाये गये है | जिसे हम सबको मानना पड़ता है |अगर हम इस दायरे से बाहर गये तो ,यह कानूनी जुर्म होता है | यहाँ तक की कई धाराओ मे सख्त कानून के भी प्रावधान है | फिलहाल हम यहा कानून और उनकी धाराओ के बारे मे बात नहीं करेंगे ,हमे अपने मुद्दे पर आना है की e-Rupi के लेन देन की सीमा क्या है ?

दैनिक जीवन मे हमे कई तरह के पाबंदीओ का सामना करना पड़ता है , जैसे हम एक बार मे कितना कैश अपने atm से निकाल सकते ? घर मे कितना कैश रख सकते है ? तथा कैश मे , कितने का समान खरीद सकते है ? इसी तरह हमे e-Rupi से संबन्धित नियम को मानने होंगे |

  • एक बार मे दो लाख से ज्यादा का e-Rupi को आप अपने वोलेट मे नहीं रख सकते |

e-Rupi भी एक तरह से कैश ही है | अत : सरकार के तरफ से इस बात पर खासा ज़ोर दिया गया है की जैसे आप अपने घर मे दो लाख से ज्यादा का कैश नहीं रख सकते ठीक वैसे ही आप अपने वोलेट मे दो लाख से ज्यादा e-Rupi भी नहीं रख सकते |

  • एक दिन मे 30 से ज्यादा ट्रैंज़ैक्शन नहीं कर सकते |

कई दिन ऐसा होता है जब हम बहुत ज्यादा बार पैसे का ट्रैंज़ैक्शन कर लेते है पर ,आप अपने e-Rupi के वोलेट से 24 घंटे मे 30 से ज्यादा बार लेन देन नहीं कर सकते | वैसे देखा जाय तो यह नंबर काफी ज्यादा है ,पर कभी जरूरत पड़ी तो इससे ज्यादा बार ट्रैंज़ैक्शन नहीं कर पाएंगे | भविष्य मे इसे बढ़ाया भी जा सकता है पर अभी के लिए 30 बार ही है |

e-Rupi का रख रखाव और वितरण कैसे होगा ?

e-Rupi को अभी पैलेट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ ही बैंक को दिये गये है | अभी हर जगह यह उपलब्ध नहीं किया गया है |इसमे आने वाले तमाम परेशानियों को दूर करने के बाद इसे आम जनता तक पहुचाया जाएगा | पर सवाल यह आता है की यह इ -रूपी आम जनता तक कैसे पाहुचाया जाएगा |

इसे आम लोगो तक पाहुचने का पहला माध्यम बैंक बनेगा ,जिसे RBI द्वारा इ रूपी दिया जाएगा ,फिर बैंक द्वारा अपने ग्राहक को उनके वोलेट मे दिये जाएंगे ,जिसके बाद यह मर्चेन्ट के पास पहुच जाएगा | इस तरह e-Rupi का रख रखाव और बितरण हो पाएगा |

e-Rupi को किन-किन शहरों मे लॉन्च किया गया है ?

दोस्तों ,जैसे की आपको पता होगा की 1 दिसंबर 2022 को ही यह e-Rupi प्रधान मंत्री मोदी जी द्वारा लॉंच कर दिया गया है | लेकिन अभी इसका ट्रायल चल रहा है ,जिसकी वजह से अभी आम लोगो के पहुच से बाहर है | इसका ट्रायल सफल होने के बाद ,बैंक द्वारा इसे आम लोगो के लिए उपलब्ध कराया जाएगा | इसका ट्रायल दो फेस मे होना है |

पहले फेस के ट्रायल के लिए इसे जिन शहरो मे लॉंच किया गया है वे शहर है –

  • दिल्ली
  • मुंबई
  • बेंगलुरु ,और
  • भुवनेश्वर

दूसरे फेस के ट्रायल के लिए जिन शहरो को चुना गया है वो शहर है –

  • अहमदाबाद
  • गंगटोक
  • गुहाटी
  • हैदराबाद
  • इंदौर
  • कोची
  • लखनऊ
  • शिमला ,और
  • पटना

e-Rupi के ट्रायल के लिए कौन -कौन से बैंक को चुने गए है ?

जैसे की आपको पता है e-Rupi के ट्रायल के लिए दो फेस को निधारित किया गया है | पहले फेस के लिए जिन बैंक को चुना गया है उनका नाम इस तरह से है

  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
  • ICICI Bank
  • यस बैंक
  • आईडीएफ़सी फ़र्स्ट बैंक

दूसरे फेस मे जिन बैंक को शामिल किया गया है ,वे है –

  • बैंक ऑफ बड़ोदा
  • यूनिओन बैंक
  • एचडीएफ़सी बैंक
  • कोटक बैंक

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने e-Rupi के लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से करार किया है | साथ मे इसे लेने वाले ऐप्स हैं भारत पे, भीम ,बड़ौदा मर्चेंट पे, पाइन लैब्स, पीएनबी मर्चेंट पे और योनो एसबीआई मर्चेंट पे भी शामिल है | 

ट्रायल फेस मे e-Rupi का उपयोग कहाँ किया जा सकता है ?

शुरुआती समय मे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने लगभग 1,500 से ज्यादा हॉस्पिटल के साथ बात चित किया है जहां e-Rupi का उपयोग या एक्स्चेंज किया जा सकता है| अनुमान है कि आने वाले समय में इसका उपयोग आसान और व्यापक होगा | कुछ समय बाद निजी क्षेत्र भी इसका उपयोग अपने कर्मचारियों को लाभ देने के लिए किया जा सकेंगा | फिर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग भी इसे अपने कारोबार मे लेनदेन के लिए अपना सकेंगे|

 यहा तक की e-Rupi का उपयोग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत व अन्य योजनाओ के लिए भी किया जा सकेगा|

e-Rupi का ब्याज दर क्या है ?

अक्सर रुपए पैसे से जुड़ा कोई नयी योजना या प्रोडक्ट लॉन्च होते है तो हम आम लोगो के मन मे एक जिज्ञासा उत्पन्न होती है की इस पर कितना ब्याज मिलेगा | तो इस बात को बड़ी ईमानदारी से बता दु की इस e-Rupi पर किसी को भी कोई ब्याज नहीं मिलने वाला है | इसका कारण भी बहुत स्पष्ट है की e-Rupi कोई सेविंग स्कीम नहीं बल्कि एक डिजिटल मनी है |

जिसे आप अगर अपने e-Rupi के वोलेट मे रखते है तो इस पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा | हाँ …. अगर आपका पैसा बैंक मे है तो निर्धारित ब्याज मिलते रहेंगे पर ,आपने उसे e-Rupi के रूप मे निकाल लिया तो आपके वोलेट मे आ गया | इसलिए उस पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा |

e-Rupi के क्या लाभ है ?

हमने e-Rupi के बारे मे काफी कुछ चर्चा किया है , अब ये जानने की बारी है की इसमे कौन कौन से लाभ है जिसके वजह से इसे लाया गया है –

  • e-Rupi अपने आप मे एक तकनीक है जिसके कारण ,तकनीकी को बढ़ावा मिलेगा |
  • रुपये का आदान -प्रदान आसान हो जाएगा |
  • नकली करन्सी की समस्या खत्म हो जाएगी |
  • नोट के छपाई मे होने वाले खर्चे की बचत हो जायेगी |
  • रुपये की ट्रांसपोटेसन और सुरक्षा मे होने वाले खर्चे की बचत होगी |
  • रुपए के जलने ,फटने और पानी से खराब होने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा |
  • e-Rupi एक टोकन की तरह काम करता है ,इसलिए सरकारी योजनाओ से मिलने वाले पैसा को किसी और काम के लिए उपयोग नहीं किया जा सकेगा |
  • कोविड को ध्यान मे रखते हुये कांटैक्टलेस और कैशलेस ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलती है |
  • इसका उपयोग उन लोगों द्वारा भी किया जा सकता है, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या उन जगहों पर जहां इंटरनेट कनेक्शन नहीं है।

e-Rupi के क्या नुकसान है ?

इस दुनिया मे हर सिक्के के दो पहलू होते है | यानि सीधी सी बात ये है की अगर किसी टेक्नालजी का बहुत बड़ा लाभ मिलता है तो कही न कही कुछ नुकसान भी होते है |अब हम e-Rupi के होने वाले नुकसान के प्रभाव के बारे मे जानेंगे की इससे क्या क्या नुकसान हो सकते है

  • फ़िज़िकल करेंसी के बनाने ,रख रखाव ,सुरक्षा ,एव रॉ मटिरियल के लिए काम मे लगे हुये लोग की जगह रोजगार खतम हो जायेगी |
  • इसका लेनदेन बिना मोबाइल के संभव नहीं हो पाएगा |

आशा है e-Rupi के बारे मे दी गयी सम्पूर्ण जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी . इससे संबधित कोई भी सवाल है तो बिना संकोच कमेन्ट मे पूछ सकते है ,हमसे सीधे mail से संपर्क कर सकते है .और भी जानकारी वाले लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिये गए HOME PAGE पर जरूर क्लिक करे . धन्यवाद .

FAQs

e-Rupi की ट्रैंज़ैक्शन लिमिट क्या है ?

अपने वोलेट मे 2 लाख से ज्यादा रुपए नहीं रख सकते ,तथा एक दिन मे 30 बार से ज्यादा लेनदेन नहीं कर सकते |

e-Rupi कहाँ से मिलेगा ?

e-Rupi बैंक से दिया जायेगा , आने वाले समय मे एटीएम से भी मिल सकता है |

e-Rupi की क्या vallue होगी ?

e-Rupi की vallue आपके पैसो के बराबर होगी |

e-Rupi का उपयोग कहाँ कहाँ कर पाएंगे ?

e-Rupi का उपयोग हर उस जगह कर पाएंगे ,जहा पैसो की जरूरत होगी |

e-Rupi कौन कौन से बैंक मे उपस्थित है ?

e-Rupi एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया मे उपस्थित है | आने वाले समय मे हर बैंक मे उपस्थित होगा |

e-Rupi किस technology पर काम करती है ?

e-Rupi ब्लॉक चेन की टेक्नालजी पर काम करती है |

e-Rupi को किसने विकसित किया है?

e-Rupi वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से इसे विकसित किया गया है.  

ये भी पढे

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

Exclusive content

Latest article

More article