Financial Planing क्या होता है ? Financial Planing क्यों जरूरी हैं ? Financial Planning करने के 10 best tips .
क्या आप एक ऐसे जिंदगी चाहते हैं, जिसमें आप को पैसे की चिंता ना हो! मैं यहां अमीर होने की बात नहीं कर रहा हूँ। मैं यहां फाइनेंसियल प्लानिंग की बात कर रहा हूँ। फाइनेंसियल प्लानिंग करके आप अपने जीवन से पैसे की चिंता को हटा सकते हैं।
इस दुनिया में दो तरीके के लोग हैं पहला वह जो अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं। और आज से ही फाइनेंसियल प्लानिंग करते हैं। जिससे उनका भविष्य भी सुरक्षित रहता है। भविष्य में आने वाली मुसीबतों से वे आसानी से निपट लेते हैं। तो वहीं दूसरी तरफ के लोग केवल वर्तमान में रहते हैं, वह फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं करते हैं। इसीलिए भविष्य में आने वाली छोटी से छोटी मुसीबतों का सामना करने में भी हार जाते हैं।
अभी हाल ही में पूरी दुनिया ने कोरोना महामारी देखा। इस महामारी के दौरान जिस लोगों ने अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग पहले से की थी उन्हें महामारी के दौरान कुछ ज्यादा तकलीफ नहीं हुई। मगर जिन व्यक्तियों ने फाइनेंसियल प्लानिंग की शुरुआत नहीं की थी उन्हें बहुत तकलीफ हुई।
अगर आप भी चाहते हैं कि आपका भविष्य अच्छा रहे! आपके मन में पैसे की चिंता ना रहे! तो आज और अभी से ही फाइनेंसियल प्लानिंग शुरू कर दीजिए। मगर उससे पहले आप आसान भाषा में समझ लीजिए कि फाइनेंसियल प्लानिंग क्या होता?
Financial Planning क्या होता है?
आपकी फाइनेंशियल स्टेटस को बढ़ाने के लिए स्टेप बाय स्टेप किए जाने वाले प्रोसेस को फाइनेंशियल प्लैनिंग कहते हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य आपके पैसे की व्यवस्था को बनाए रखना है।
चलिए फाइनेंसियल प्लानिंग क्या है? आपको आसान भाषा में समझा देता हूँ। फाइनेंस को हिंदी में ‘वित्त’ कहते हैं। और प्लानिंग का मतलब ‘रणनीति’ पैसे को लेकर रणनीति बनाने की फाइनेंशियल प्लैनिंग कहते हैं।
इसमें हम इस बात पर जोर देते हैं कि मुझे क्या करना है? कहां खर्च करना है? कितना बचाना है? और कितना कमाना है? यह सभी कामो को फाइनैंशल प्लानिंग करना कहते हैं। इसे हिंदी में वित्तीय रणनीति बनाना भी कहा जाता है।
Financial Planning क्यों जरूरी हैं?
फाइनेंसियल प्लानिंग इसलिए जरूरी है क्योंकि हम बुरे वक्त में रह सके! जिस दिन हमारे पास पैसे नहीं होंगे उस दिन हमारे द्वारा किए गए फाइनेंशियल प्लानिंग ही काम आएगा। जरा कल्पना करिये औसत आदमी की उम्र 60-70 साल की होती है, और कोई भी व्यक्ति रिटायरमेंट 50-40 साल में ले लेते है तो अगर आपने फाइनेंसियल प्लानिंग नहीं की तो आप अपनी बची हुई जिंदगी के 10-20 साल बिना पैसों के कैसे काटेंगे?
इसी तरीके के ढेर सारे कारण हैं जो यह कहते हैं कि आप को फाइनैंशल प्लानिंग करना चाहिए?
उम्मीद है कि आपको फाइनेंसियल प्लानिंग क्या है? और यह करना क्यों जरूरी है? यह समझ आ गया होगा! तो चलिए अब यह भी जान लेते हैं कि आप किस तरीके से खुद का फाइनेंसियल प्लानिंग कर सकते हैं।
Financial Planning करने के 10 best tips
मैं यहां आपको आसान फाइनेंसियल प्लानिंग करने के तरीके बता रहा हूँ। जिसे आप को फॉलो करना है।
1: इमरजेंसी फंड बनाइए
भविष्य पर आपका कोई भी कंट्रोल नहीं है। भविष्य किसी ने देखा भी नहीं देखा है। इसीलिए कब कौन सी विपदा हमारे ऊपर आ जाए यह कोई नहीं जानता। भविष्य में आने वाली समस्याओं को तो हम नहीं रोक सकते। मगर उनसे लड़ने के लिए हम इमरजेंसी फंड जरूर बना सकते हैं।
मैं आपको सलाह देता हूँ कि कम से कम आप का मासिक खर्च जितना है उसके 3 गुना ज्यादा इमरजेंसी फंड रखिए। ताकि जब आपकी नौकरी चली जाए या बिजनेस बहुत बड़ा नुकसान हो जाए तब आप कम से कम 3 महीने तक बिना कुछ कमाए अपना घर चला सकते हैं।
एक उदाहरण से समझते हैं माना कि आपका मासिक खर्च ₹20000 है तो मेरे मतानुसार आपको ₹60000 अपने इमरजेंसी फंड में जमा करके रखना है और आपातकाल की स्थिति में इस पैसे को खर्च करना है।
2: मेडिकल इंश्योरेंस खरीदिये
आपके पास पैसा तभी बचा रहेगा जब आपका शरीर स्वस्थ होगा। वरना आप किसी दिन बहुत बड़ी बीमारी के शिकार हो गए तो आपकी जिंदगी भर की जमा पूंजी बीमारी में ही चली जाएगी। इसीलिए बड़े बुजुर्ग कहते थे, की ‘स्वास्थ्य ही धन है’ आप अपने स्वास्थ्य पर तो ध्यान रखिए ही पर साथ में मेडिक्लेम खरीद लीजिए।
मेडिकल इंश्योरेंस खरिदने पर यदि आप या आपके परिवार में किसी की कभी एक्सीडेंट या गंभीर रोग के शिकार हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति में पूरा पैसा इंश्योरेंस कंपनी देती है। उस समय आपके मन में पैसे का जरा सा भी चिंता नहीं रहता है।
4: टर्म इंश्योरेंस खरीदिये
क्या आप परिवार में अकेले कमाने वाले हैं? क्या आप पर आपके परिवार वाले निर्भर है? तो आप को टर्म इंश्योरेंस जरूर करना चाहिए। यह फाइनेंसियल प्लानिंग का सबसे बड़ा हिस्सा है, क्योंकि भविष्य किसने देखा नहीं होता है। आपको कुछ हो जाए तो आपके पीछे आपका परिवार को कौन सहारा देगा? इसीलिए आपको टर्म इंश्योरेंस जरूर खरीदना चाहिए।
5: रिटायरमेंट की प्लानिंग करें।
भले ही आज आपकी उम्र 20 साल या उसके आसपास है। आपको आज और अभी से ही रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए। आमतौर पर लोग 55- 60 वर्ष की उम्र में रिटायरमेंट ले लेते हैं। मगर आपके द्वारा की गई आज की प्लानिंग उस समय काम आएगी।
वर्तमान समय में सरकार के द्वारा बहुत सारे रिटायरमेंट वाली योजनाएं चला रही है। उसमें आप हर महीने कुछ राशि जमा करते हैं और रिटायरमेंट के बाद आपको हर महीने पैसा मिलता है या आप चाहे तो पूरा पैसा एक साथ ले सकते हैं।
आप रिटायरमेंट की प्लानिंग करने के लिए म्यूचुअल फंड्स में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं। यह काफी अच्छा विकल्प है। इसमें आपको आपके पैसे का रिटर्न भी अच्छा मिलेगा।
6: बचत करना सीखें!
याद रखिए फाइनेंशियल प्लैनिंग का पहला कदम पैसे बचत करना है। बहुत से लोग खर्चीला स्वभाव के होते हैं, उनके जीवन में पैसों की कमी होना आम बात है। यदि आप बचत करना सीख गए तो आपके जीवन में पैसों की कमी नहीं आएगी। आप अपने निर्धारित किए हुए वित्तीय लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे।
7: अपनी कमाई का कम से कम 10% बचाये!
‘बर्लिन का सबसे अमीर आदमी’ यह किताब जिसमें फाइनेंसियल फ्री होने के तरीके बताए गए हैं। इस किताब में अपनी कमाई का 10% बचाने के ऊपर बहुत जोर दिया गया है। इस किताब के लेखक का कहना है कि अगर आप अपनी कमाई का 10% बचाते हैं, तो आपको साल में 12 नहीं 13 सैलरी मिलेगी!
माना कि आपकी सैलरी ₹20000 है उसमें से आप 10% यानी कि ₹2000 अलग कर दीजिए, और आप ऐसा मान लीजिए कि आप की सैलरी ₹18000 ही है। ऐसा कुछ महीने करने पर आप देखेंगे कि आपका खर्चा ₹18000 में ही हो जा रहा है। इस फार्मूले को मैं खुद अपना आता हूँ। यदि आप की क्षमता हो तो आप 10% से अधिक भी बचत कर सकते हैं।
8: म्यूच्यूअल फंड या स्टॉक मार्केट में निवेश करे।
जैसा कि पहले मैंने आपको बताया कि आपको अपनी सैलरी का 10% भाग बचना है। इस 10% को इन्वेस्ट करना है। आप इन्वेस्टमेंट करने के लिए म्यूच्यूअल फंड या स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कर सकते हैं। यदि आपको स्टॉक मार्केट का बहुत अधिक ज्ञान नहीं है तो आप म्यूच्यूअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
म्यूच्यूअल फंड्स में की गई छोटी-छोटी इन्वेस्टमेंट वाले 10-15 सालों में यह बहुत बड़ी रकम हो जाती है। शेयर मार्केट में भी अगर आप अच्छे से रिसर्च करके शेयर खरीदते हैं तो आने वाले 10-15 सालों में काफी अच्छे रिटर्न सबको मिल जाते हैं।
9: जमीन या प्रॉपर्टी ख़रीदे!
आप इतना समझ ले कि जमीन कहीं से पैदा नहीं हो रही है! खरीदने वाले लोग बढ़ रहे हैं। तो जाहिर सी बात है जमीन या प्रॉपर्टी कीमत आज नहीं तो कल बढ़ना ही है। ऐसे में आप अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग को मजबूत करने के लिए जमीन अथवा प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं।
जमीन या घर खरीदने पर आपका पैसा डूबने का डर नहीं रहता है, और बदले में अच्छा खासा रिटर्न भी मिल जाता है। जमीन या घर होने से आपका दूसरा बड़ा फायदा यह होगा कि आप उसे भाड़े पर दे देंगे जिससे आपकी पैसिव इनकम जनरेट हो जाएगी।
10: पैसिव इनकम जनरेट करें।
आपकी मेन इनकम के साथ-साथ पैसिव इनकम भी होना बहुत जरूरी है। यह फाइनेंसियल प्लानिंग का ही एक भाग है। पैसिव इनकम से होने वाली कमाई को आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।
आज के समय में पैसिव इनकम जनरेट करना बहुत ही आसान है,क्योंकि यह जमाना इंटरनेट का है। आप केवल इंटरनेट और मोबाइल के जरिए भी बहुत तरह के पैसे कम कर सकते हैं।
आखरी शब्द
उम्मीद है कि, आपको फाइनेंशियल प्लैनिंग के विषय में यह जानकारी अच्छी लगी होगी। आज के इस पोस्ट में हमने फाइनेंसियल प्लानिंग क्या है? फाइनेंसियल प्लानिंग क्यों जरूरी है?और फाइनेंशियल प्लैनिंग कैसे कर सकते हैं? यह सब जाना!
आप अपनी राय हमें कमेंट करके जरूर बताइए।
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