Insurance क्या है ,Insurance किसके लिए जरूरी है .| Insurance full details in Hindi.

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Insurance क्या है ,यह किसके लिए जरूरी है . (Insurance full details in Hindi.) एक व्यक्ति को कौन कौन सा insurance लेना चाहिए ? जानिए इन्शुरेंस से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी .

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Insurance की चर्चा करते ही जीवन और उससे जुड़ी सुरक्षा की बात हमारे सामने आ जाती है |और यहा भी हम इसी पर चर्चा करने वाले है | जीवन बीमा को लेकर लोगों की अलग अलग धारणा बनी हुई है | कई लोग तो इसे पैसे की बरबादी तक बताने मे संकोच नहीं करते ,तो कई लोग इसे जीवन की पहली प्राथमिकता मानते है |

ऐसे मे कौन सही है और कौन गलत इस बारे मे बात करना बहुत जरूरी है , इसी को ध्यान मे रखते हुये हम सबसे पहले इस बात को समझते है की –

Insurance क्यो जरूरी है ?

इस सवाल के जवाब को तलाशने के लिए हमे आज से कुछ दशक पीछे लौटना पड़ेगा | अगर हम गौर करे तो हमे याद आयेगा की आज से सिर्फ दस बीस साल पहले समाज मे संयुक्त परिवार (संगठित परिवार ) की बोल-बाला होती थी | 

संगठित परिवार या संयुक्त परिवार क्या होता है ?

ऐसा परिवार जिसमे कम से कम तीन पीढ़ी या उससे अधिक पीढ़ी के लोग एक साथ संगठित होकर रहते है ,संयुक्त परिवार कहा जाता है | एक संयुक्त परिवार मे दादा से लेकर पोता और परपोता तक एक साथ रहते है |

इस तरह के परिवार मे रहने के सामान्य तौर पर कई लाभ थे ,पर इसमे सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बात ये थी की साथ रहने वाले  सभी सदस्य हर तरह से अपने आप को सुरक्षित महसूस करते थे |

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अब आप सोच रहे होंगे की एक साथ कई लोगो के रहने से कोई भी व्यक्ति सुरक्षित कैसे हो सकता है ,तो ये ऐसे होता था की ,जब परिवार का कोई एक व्यक्ति बीमार पड़ गया तो उस परिवार के बाकी सदस्य उसकी देख भाल या आर्थिक समस्या का समाधान कर देते थे ,या यू कहे तो बीमार व्यक्ति के बच्चो के सामने कोई आर्थिक संकट नहीं आती थी |

इसे दूसरे उदाहरण के द्वारा समझने की कोशिश करें तो , संयुक्त परिवार मे  एक साथ कई लोग कमाने वाले होते है , अगर कोई एक व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो ,परिवार के लिए आय बाधित तो जरूर होती थी पर उसका ज्यादा असर इसलिए नहीं होता था ,क्योकि बाकी लोग अपनी नौकरी या कमाई करते रहते  थे  |

अगर हम इस उदाहरण के ठीक विपरीत एक कल्पना कर के देखे तो हम कुछ हद तक समझ जाएंगे | आज के व्यक्तिगत परिवार मे केवल एक ही व्यक्ति के परिवार होते है जिसमे संबन्धित व्यक्ति के वीवी और बच्चे होते है , या कोई एकलौता लड़का है तो उसके माँ बाप भी साथ होते है | इसमे सबसे दुखद बात ये होती है , की ये सभी लोग केवल और केवल एक व्यक्ति के कमाई पर आश्रित होते है |

अप सोच कर देखिए ,अगर कभी इस कमाने वाले व्यक्ति को कुछ हो जाए तो उन सभी लोगो का क्या होगा जो उस पर आश्रित है या इन लोगो का जीवन यापन का क्या होगा ? उसके बच्चो के भविष्य का क्या होगा ? उसके वीवी और उसके बूढ़े माँ बाप का क्या होगा ?

तो इन सभी सवालो का एक ही जवाब है बीमा या insurance….

जी हाँ किसी व्यक्ति के अनुपस्थिति मे बीमा ही उसके आश्रितों के लिए एक सहारा बन सकता है | अब शायद आपको इस सवाल का जवाब मिल गया होगा की बीमा क्यो जरूरी है ,लेकीन एक सवाल ये भी है की क्या बीमा सबके लिए जरूरी है ….? आगे और कई सवालो का सटीक जवाब मिलने वाला है इसलिए बने रहिए …

Insurance किसके लिए जरूरी है ?

बीमा क्यों जरूरी है …? जानने के बाद हर कोई चाहेगा की उसका भी बीमा हो | लेकिन क्या हर किसी का बीमा होना जरूरी है ,आगे हम इसी बारे मे गहन चर्चा करने वाले है |

समान्य तौर पर उन सभी लोगो को बीमा लेना चाहिए :-

जिनके ऊपर कई लोग आश्रित है –- अगर कोई व्यक्ति घर मे अकेले कमाने वाला है ,और उनके सहारे कई जिंदगी चल रही है तो ऐसे व्यक्ति को सबसे पहले बीमा लेना चाहिये ,ताकि उनके आश्रितों को किसी भी स्थिति मे आर्थिक संकटों का सामना न करना पड़े |

जिनके ऊपर परिवार की ज़िम्मेदारी है –- ऐसे लोग जो अपने परिवार की सारी ज़िम्मेदारी स्वयं उठाते है ,या अपने बच्चो के लालन पालन से ले कर पढ़ाई और उनके भविष्य की सभी ज़िम्मेदारी खुद उठाने वाले है तो ऐसे व्यक्ति को परिवार के आर्थिक सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुये बीमा को लेना सुनिश्चित करना चाहिए |

जिनके ऊपर देनदारी हो – अक्सर लोग अपने बुनियादी जरूरत या फिर अपने सुख सुबिधा के जरूरतों को पूरा करने के लिए दोस्तों रिसतेदारों या किसी सेठ से उधारी रुपया ले लेते है | होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन  भी लेते है और हर महीने अपनी कमाई से थोड़ा थोड़ा कर के चुकाते है | अगर आपके ऊपर भी इस तरह का कोई देनदारी हो तो आपको अवश्य ही बीमा लेना चाहिए ताकि आपके नही रहने पर इन सभी कर्ज का बोझ आपके आश्रितों पर न पड़े |

जिन्हे अपने परिवार के स्वास्थ्य की चिंता हो –- नौकरी पेशा करने वाले अधिकतर लोग कई तरह के जिम्मेदारियो को पूरा करने के लिए अपने कमाई का अधिकतर हिस्सा यू ही खर्च कर देते है ,ऐसे मे अगर परिवार के किसी सदस्य की स्व्स्थय खराब हो जाए तो ,उनके इलाज के लिए पर्याप्त राशि का इंतजाम करना चुनौती भरा काम हो सकता है |

ऐसी स्थिति मे अगर आपके पास स्वास्थ्य बीमा है तो इलाज का खर्च बीमा कंपनी द्वारा वहन किया जाता है ,और आपका काम आसान हो जाता है |

सच कहूँ तो अगर ज़िम्मेदारी से आप अपने व्यवस्था पर ध्यान दें तो आपको ऐसे कारण मिल जाएंगे जिनके वजह से आपको बीमा करा लेना चाहिए | 

अब तक हम ये समझने की कोशिश कर रहे थे  की हमे अपने परिवारों को किसी भी तरह के आर्थिक संकटों से बचे रहने के लिए बीमा करा लेना चाहिए | लेकिन अब आपके सामने एक सवाल और है की कौन सा बीमा लेना चाहिए |

जब हम बाजार मे सब्जी लेने जाते है तो वहाँ हमे कई तरह की सब्जी दिखती है | अब सब्जी कौन सी लेनी है ,हम अपने जरूरत और आवश्यकता या स्वाद के हिसाब से भी लेना पसंद करते है | ऐसे ही हमारे आवश्यकता या जरूरत के हिसाब से बीमा के कई प्रकार होते है ,जो अलग अलग तरीके से अलग समय मे हमारे आर्थिक क्षतिपूर्ति की भरपाई करने मे सहायता करते है |

हमारे देश मे बीमा की कई सारी कंपनी है जो अलग अलग तरह का बीमा अपने ग्राहक को प्रदान करती है | अब सवाल ये भी है की एक समान्य व्यक्ति को अपने परिवार के आर्थिक या शारीरिक नुकसान की भरपाई के लिए कौन कौन सा बीमा लेना चाहिए …?

ये भी पढेBest 5 Health insurance policy in hindi

कौन-कौन सा Insurance लेना चाहिए ?

अगर अपने बीमा के महत्व को अच्छी तरह से जन लिया है तो देश मे मौजूद हजारों बीमा मे से कौन -कौन सा बीमा आपके के लिए उपयुक्त और जरूरी है ,जो हर परिस्थिति मे आपके आर्थिक सहता के लिए आपके साथ खड़ा रहे |

वित्तीय विशेषज्ञ और सलाहकार मानते है की किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन मे हमेशा आर्थिक संतुलन को बना कर रखना चाहिए ,और इसके लिए इन्हे चार बीमा अवश्य ही लेना चाहिए ,जिनसे संबन्धित परिवार को किसी भी तरह के वित्तीय संकट से लड़ने मे मदद मिलती है | ये चार बीमा निम्नलिखित है :–

  1. जीवन बीमा ( Life insurance )
  2. स्वास्थय बीमा ( Health insurance )
  3. दुर्घटना बीमा (Accidental insurance )
  4. गंभीर बीमारी बीमा (Critical illness insurance)   

1)जीवन बीमा (Life insurance ) क्या होता है ?

जैसे की नाम से ही पता चल रहा है की इस बीमा मे जीवन का बीमा होता है | इस बीमा को लेने के बाद अगर उस व्यक्ति व्यक्ति की असमय मृत्यु हो जाती है तो उस विमा के नॉमिनी को तय राशि दे दी जाती है ,जिससे आश्रितों को आर्थिक मदद मिल सके | यह बीमा भी कई तरह से संचालित की जाती है,और कई तरह से सुबिधा भी दी जाती है |

कुछ जीवन बीमा आपके लिए निवेश की तरह भी काम  करती है ,जो तय समय पर आपको निश्चित रकम  देती रहती है | LIC मे इसे Money back प्लान के नाम से जाना जाता है |

आपके जीवन सुरक्षित रहने की स्थिति मे जीवन बीमा एक निवेश की तरह सामाजिक सुरक्षा ,वृद्धावस्था के बचत और ऋण के लिए जमानत का भी काम  करता है |

पर मेरा मानना है की अगर आप जीवन बीमा के बारे मे सोचते है तो आपको term plan के तरफ अपने रुख को करना चाहिए | इसे शुद्ध जीवन बीमा भी कहा जाता है , इसमे नॉमिनी को भारी भरकम रकम की प्राप्ति होती है  |

term plan मे ROP (Return of premium ) का भी एक विकल्प होता है जिसके तहत बीमा के समय समाप्ती के बाद बीमित व्यक्ति के जीवित रहने की स्थिति मे जमा की गयी पूरी प्रीमियम वापस कर दी जाती है |

आप आसानी से अपने वार्षिक आय के 20 गुना राशि का बीमा कवर प्राप्त कर सकते है ,और इसके लिए अन्य जीवन बीमा के मुक़ाबले बहुत कम खर्चे मे खरीद सकते है |

अगर आपकी वार्षिक आय 5 लाख रुपए है तो आप आसानी से एक करोड़ रुपए तक का term plan ले सकते है | जिसके लिए आपको अपने उम्र और रिस्क के हिसाब से कुछ कंपनी से खरीदने के लिए मात्र  दस से बारह हजार रुपए चुकाने होंगे |

2) स्वास्थय बीमा (Health insurance ) क्या होता है ?

यह बीमा आपके और आपके परिवार के सदस्यों के स्वस्थय संबंधी खर्चो के लिए होता है | आज कल के लाइफ स्टाइल ही ऐसी बनती जा रही है की अपने स्वस्थय की चिंता हर किसी को सताती है | परिवार के किसी भी सदस्य का तवियत खराब होना या दुर्घटना मे घायल होना आपके आर्थिक स्थिति की संतुलन को खराब कर सकती है | 

एका एक आपके  उपर कोई भी आर्थिक बोझ न पड़े इसके लिए जरूरी है की अपने और अपने परिवार के लिए एक समुचित health insurance खरीद ले | अगर आप एक नौकरी पेशा है तो हो सकता है की आपके नियोक्ता द्वारा एक ग्रुप हेल्थ इन्शुरेंस द्वारा आपके परिवार के सदस्यो को कवर किया गया हो ,|

पर जरूरी नहीं की नियोक्ता द्वारा दी गयी बीमा राशि पर्याप्त हो क्योकि की आज की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी महंगी है की एक बार केवल एडमिट  होने पर हजारों रुपये का बिल आ जाता है |

आपके परिवार मे अगर कम से कम चार सदस्य है फिर भी न्यूनतम पाँच लाख की हेल्थ कवर लेनी चाहिए ,न्योकता के अलावा |

एक फॅमिली फ्लोटर प्लान मे अपने परिवार के सारे सदस्यों को आसानी से जोड़ सकते है | अगर आप सभी सदस्यों के लिए अलग अलग प्लान लेने के लिए सोच रहे है तो यह महंगा साबित हो सकता है | यहा आपके लिए फेमिली फ्लोटर प्लान ही आपके लिए उचित होगा |

यदि आपके साथ बुजुर्ग माँ बाप भी है तो उनके लिए अलग से जरूर सीनियर सिटीजन प्लान को देखे क्योकि फॅमिली फ्लोटर मे सबसे ज्यादा उम्र के सदस्यो के उम्र से रिस्क की गड़ना की जाती है ,जिससे आपकी प्रीमियम काफी ज्यादा हो सकती है |

स्वस्थय बीमा को ऑनलाइन या किसी एजेंट से भी आवश्यक कवर् राशि और सुबिधा के अनुसार  खरीद सकते है | बीमा लेते समय कुछ जरूरी बातों  को समझ लेना आवश्यक होता है | जैसे आवश्यक बीमा राशि ,बीमा प्रीमियम राशि ,सम्मिलित बीमारी ,वेटिंग पीरियड ,सम्मिलित न होने वाली बीमारी ,क्लेम सेटलमेंट रेसियों इत्यादि |

इन सभी बातों पर गौर करने के पश्चात आप निश्चित ही एक अच्छे स्वस्थय बीमा खरीदने मे सफल होंगे |

3)दुर्घटना बीमा (Accidental insurance)क्या होता है ?

दुर्घटना बीमा ,जीवन बीमा और स्वस्थय बीमा से काफी अलग होता है | समान्य तौर पर लोग इस बीमा के बारे मे काफी जागरूक नहीं होते है ,लेकिन यह बीमा सबसे उपयोगी सिद्ध हो सकता है |

देखा जाय तो जीवन बीमा मे मृत्यु के बाद नॉमिनी को बीमा राशि दी जाती है , स्वस्थय बीमा से बीमारी और दुर्घटना का इलाज हो जाता है ,पर उस स्थिति मे जब पॉलिसी धारक दुर्घटना मे अपाहिज या अपंग हो जाय तो बाद की जिंदगी बड़ी मुश्किल हो जाती है| ऐसे मे बीमित व्यक्ति को एक मुस्त बीमा की राशि भी दी जाती है |

दुर्घटना मे घायल होने के बाद  कुछ दिन के लिए आप घर बैठ जाते है तो इलाज के साथ आपके कमाई का भी कुछ हिस्सा आपको साप्ताहिक तौर पर दिया जाता है |

इस बीमा की सबसे खास बात यह है की की इसकी प्रीमियम बहुत कम होती है ,जिसे बड़े ही आसानी से वहन  किया जा सकता है | इसे भी ऑनलाइन या ऑफ लाइन  लिया जा सकता है |

4)गंभीर बीमारी बीमा (Critical illness insurance ) क्या होता है ?

इस बीमा मे ऐसी बीमारी जो गंभीर और जनलेवा होती है उसे कवर किया जाता है ,ऐसे बीमारियों के इलाज मे काफी पैसे की जरूरत होती है ,जिससे ये बीमा मुक्ति दिलाता है | इस बीमा मे पहले से निर्धारित बीमारी को कवर किया जाता है |

इस बीमा मे मुख्यत: केन्सर ,हार्ट एटेक ,पैरालिसिस ,एर्गन ट्रांसप्लांट, कोमा ,लास्ट स्टेज लिवर डीजीज ,स्ट्रोक ,हार्ट वाल्व जैसे अन्य  गंभीर बीमारियो को कवर किया जाता है |अलग अलग बीमा मे अलग अलग बीमारियों का विवरण हो सकता है |

इस बीमा का क्लेम करने के लिए हास्पिटल मे एडमिट होना जरूरी नहीं है और न ही इसके लिए किसी मेडिकल बिल या रशीद की जरूरत नहीं होती है | ,मेडिकल जांच मे पॉलिसी मे शामिल गंभीर रोग की पुष्टि होने पर एक मुस्त तय राशि बीमा कंपनी द्वारा बीमित व्यक्ति को दे दी जाती है |

गंभीर बीमारी बीमा काफी लोकप्रिय नहीं पर ये काफी काम की बीमा हो सकती है | इसे भी लेते समय शामिल बीमारियों और प्रीमियम राशि को ध्यान से देख लेना चाहिए ,ताकि आपको बाद मे किसी परेशानी का सामना न करना पड़े |

किसी भी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति किसी बीमारी की वजह से खराब न हो इसके लिए चाहिए की वे अपने जीवन मे इन चार insurance को जरूर जगह दें | अगर आप ऐसा करते है तो अवश्य ही  इन सभी चिंताओ से मुक्त हो सकते है |

निष्कर्ष

उपर हमने निश्चित तौर पर Insurance क्या है ,Insurance किसके लिए जरूरी है .| Insurance full details in Hindi. एवं बहुत कुछ आधारभूत जानकारियों के बारे मे जानने की कोशिश की है ,अगर इसके अलावा आपके मन मे कुछ और भी सवाल है तो कमेन्ट बॉक्स मे हमे जरूर लिखे  |

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