Top 5 रिटायरमेंट प्लान | 5 Best Retirement scheme in hindi 

रिटायरमेंट प्लान क्या होती है ? 5 best retirement प्लान और उसके बारे मे सम्पूर्ण जानकारी हिन्दी मे .रिटायरमेंट प्लान की पूरी जानकारी सहित , जाने ऐसे 5 Best Retirement scheme के बारे मे जो बदल देगी Retirement की परिभाषा .

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5 Best Retirement scheme in hindi के बारे मे जानने से पहले ये जान लेते है की ये सेवानिवृत्ति योजना या retirement scheme क्या होती है –

सेवानिवृत्ति योजना क्या होती है ?

अगर सीधे शब्दों मे बात करें तो सेवानिवृत योजना Retirement scheme वे योजनाए होती है जिनमे निवेश करने से बुढ़ापे की भविष्य आर्थिक रूप से लगभग -लगभग सुरक्षित मानी जाती है |

रिटायरमेंट’ शब्द सुनते ही आपके दिमाग में क्या ख्याल आते हैं? अच्छे खूबसूरत जगह पर घूमना या देव धामों की यात्रा करना  या शायद सिर्फ अपने पोते-पोतियों के साथ खेलना ? 

हालांकि, कुछ लोग सेवानिवृत्ति के बारे में सोच सकते हैं, जबकि कुछ युवा इसे अनदेखा कर सकते हैं। सेवानिवृत्ति के लिए  या किसी भी निवेश के योजना बनाने के  लिए किसी उम्र की आवश्यकता नहीं है ,क्योंकि यह केवल आपके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए है ! 

जब सेवानिवृत्ति योजना की बात आती है, तो स्मार्ट और शुरुआती योजनाएं आपके सेवानिवृत्त होने के बाद एक आरामदायक जीवन जीने के लिए पर्याप्त धन का निर्माण कर सकती हैं। यदि आपने सेवानिवृत्ति योजना के बारे में नहीं सोचा है, तो इसे अभी से करना शुरू कर दें ! 

अपनी सेवानिवृत्ति योजना शुरू करने के प्रयास को आगे बढ़ाने के  लिए आपको कुछ सुनहरे चरणों का पालन करना होगा। साथ ही, भारत में उपलब्ध पेंशन योजनाओं को जानें और उसी के अनुसार सर्वश्रेष्ठ सेवानिवृत्ति योजना बनाएं ! आइए मैं आपको बताती हूं ऐसी 5 योजनाओं के बारे मैं-

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1-सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)

संभवत: रिटायर हुए अधिकाँश लोगों के इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम (एससीएसएस) होती ही है। जैसा कि नाम से पता चलता है यह स्कीम केवल रिटायर व्यक्तियों या जल्दी रिटायर्मेंट लेने वालों के लिए है।

कोई भी व्यक्ति जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है वह SCSS को बैंक या डाकघर कहीं से भी खरीद सकता है। जल्दी रिटायर होने वाले व्यक्ति भी एससीएसएस ले सकते हैं यदि वे रिटायरमेंट फंड मिलने के तीन महीनों के अन्दर ही इसे खरीद लें। एससीएसएस की अवधि पांच वर्ष की होती है जिसे स्कीम पूरी होने के बाद तीन साल तक बढ़ाया जा सकता है।

वर्तमान में एससीएसएस में ब्याज दर 8.6 प्रतिवर्ष है जो त्रैमासिक देय है और पूरी तरह से कर के अधीन है। ये दरें प्रत्येक तिमाही में निर्धारित की जाती हैं और ये 100 आधार अंकों के प्रसार के साथ जी-सेक्शन की दरों के साथ जुडी होती हैं।

एक बार निवेश करने के बाद ये दरें पूरी अवधि के लिए निश्चित होती हैं। वर्तमान में एससीएसएस सभी तुलनीय निश्चित आयकर उत्पादों के बीच उच्चतम टैक्स रिटर्न प्रदान करता है। अधिकतम निवेश सीमा 15 लाख है और कोई भी व्यक्ति एक से अधिक अकाउंट खोल सकता है।

निवेश की गयी राशि और ब्याज पर अच्छा रिटर्न मिलता है, इसके अलावा एससीएसएस में किये गए निवेश में धारा 80C के तहत कर लाभ भी मिलता है और इस योजना में आप समय पूर्व निकासी भी कर सकते हैं।

2-पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) –

अकाउंट

POMIS पांच वर्ष की निवेश योजना है जिसमें दो लोग  (संयुक्त स्वामित्व) के तहत अधिकतम 9 लाख तक निवेश कर सकते है  | जबकि एक व्यक्ति यानि  एकल स्वामित्व के तहत 4.5 लाख तक निवेश कर सकते है । इसमे हर तीसरे महीने मतलब , तिमाही ब्याज जमा होता है |

  वर्तमान में इसका ब्याज की दर 7.8 प्रतिशत प्रतिवर्ष है जिसका भुगतान जरूरत के अनुसार प्रतिमाह किया जा सकता  है। पीओएमआईएस में किया गया निवेश किसी टैक्स  लाभ के अंतर्गत नहीं आता और मिलने वाले ब्याज पर टैक्स चुकाना होता  है।

भुगतान के लिए हर महीने आपको पोस्ट ऑफिस मे नहीं जाना  पड़ता है | भुगतान की राशि उसी पोस्ट ऑफिस के बचत खाते मे स्वत: जमा हो जाती है |

 सेवानिवृत्त लोगों के लिए बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट  भी एक अन्य विकल्प हो सकता है। इसके साथ जुडी हुई सुरक्षा तथा निश्चित रिटर्न और संचालन में आसानी इसे एक विश्वसनीय निवेश बनाते हैं।

हालाँकि इस पर मिलने वाले ब्याज दर में निरंतर गिरावट आ रही है। वर्तमान में 1 से 10 वर्षों के लिए यह दर 7.25 प्रतिशत प्रतिवर्ष है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.25-0.5 प्रतिशत प्रतिवर्ष अतिरिक्त दिया जाता है जो बैंक पर निर्भर करता है। कुछ बैंक वरिष्ठ नागरिकों को अधिक अवधि की FD के लिए लगभग 7.75 प्रतिशत ब्याज दर देते हैं।

3-इंडियाफर्स्ट गारन्टीड रिटायरमेन्ट प्लान

भारत में पेंशन प्लान के साथ आप अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के साथ ही बचत कर सकते हैं। इंडियाफर्स्ट गारन्टीड रिटायरमेन्ट प्लान एक बीमा-निवेश एंडावमेन्ट पेंशन प्लान है, जो आपको एक लम्बी अवधि तक लगातार छोटी-छोटी धनराशि बचत करने की सुविधा देता है, ताकि आप अपने सेवानिवृत  काल के दौरान गारन्टीड आय पा सकें।

सभी लोग जानते हैं कि कठिन समय के लिए बचत करना बहुत जरूरी होता है। जब आप पहले से जानते हैं कि आपके जीवन के एक विशेष समय पर अधिक ध्यान देने की जरूरत रहेगी, तो ऐसे में आगे के लिए सोचने एवं उसकी योजना बनाने का काम आसान हो जाता है।

 लेकिन जब हम दैनिक जीवन की जरूरतों एवं खर्चों को पूरा करने में फंस जाते हैं, तो सेवानिवृत्ति के लिए योजना बनाने का कार्य पीछे छूट जाता है। सेवानिवृत्ति की योजना बनाने से आपका भविष्य सही मार्ग पर रहता है, इससे सुनिश्चित होता है कि आप काम करना बंद कर देने के बाद भी वित्तीय सुरक्षा लाभों का आनंद लेना जारी रखें।

आपकी दूसरी पारी के दौरान सुनिश्चित वित्तीय सुरक्षा के साथ आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आपने  इंडियाफर्स्ट गारन्टीड रिटायरमेन्ट प्लान के साथ जो सुरक्षा योजना बनाई है, उसके रहते आपको अपनी वृद्धावस्था में धन की समस्या नहीं होगी। सेवानिवृत्ति के बाद आपको चैन से बैठकर जीवन का आनंद लेना चाहिए, आखिरकार आपने पूरे जीवन इतना कठोर परिश्रम जो किया है। सही रिटायरमेन्ट पॉलिसी आपके सपनों के  वास्तविकता को  पंख लगा सकती है।

4-बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी)

वरिष्ठ नागरिकों के साथ सबसे लोकप्रिय इंवेस्टमेंट टूल में से एक बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट है. | इसमे निश्चित समय के लिए  निवेश करने पर एक निश्चित ब्याज दर की प्राप्ति होती है | आमतौर पर बैंक अन्य की तुलना में वरिष्ठ नागरिकों के लिए उच्च ब्याज दर की पेशकश करते हैं. उदाहरण के लिए, विशेष वरिष्ठ नागरिक FD 80 बीपीएस से अधिक ब्याज दर प्रदान करता है.तथा  5 साल की विशेष एसबीआई एफडी ‘वी केयर’ 6.20% की ब्याज दर की पेशकश करेगी|

5-म्यूचुअल फंड

रिटायरमेंट के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग बेहद अहम वित्तीय फैसला होता है. इसलिए इसके लिए काफी सोच-समझ कर कदम उठाने की जरूरत होती है. अगर म्यूचुअल फंड के रिटायरमेंट प्लान का चुनाव करना हो तो ऐसा प्लान चुनना चाहिए जो रिटायरमेंट के बाद आपका निवेश तो सुरक्षित रखे ही साथ ही इसका रिटर्न महंगाई को भी मात दे.

60 साल से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति म्यूचुअल फंड की रिटायरमेंट प्लानिंग स्कीम में निवेश कर सकता है. इसमें पांच साल या रिटायरमेंट की उम्र या इनमें से जो भी पहले आ जाए तक, अनिवार्य लॉक-इन पीरियड होती है।

म्यूचुअल फंड की रिटायरमेंट प्लानिंग स्कीम में निवेश के लिए केवाईसी अनिवार्य है. आजकल वीडियो केवाईसी की भी सुविधा है. आप इसके लिए संबंधित डॉक्यूमेंट फंड हाउस के दफ्तर या प्लान बेचने वाले बैंक में जमा कर सकते हैं. 

अगर निवेशक ने फंड हाउस के दूसरे म्यूचुअल फंड में निवेश किया है तो दोबारा केवाईसी की जरूरत नहीं है. इस स्कीम के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में निवेश ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से किया जा सकता है.|

इस लेख मे ऊपर हमने 5 ऐसे retirement स्कीम  के बारे मे बताया है ,जिसमे निवेश कर अपने वृद्धावस्था  को वित्तीय रूप से सुरक्षित बना सकते है |

इससे जुड़े कोई और भी सवाल आपके मन मे है तो कमेन्ट मे हमे जरूर लिखे ,जबाब देते हुये हमे अत्यंत प्रसन्नता होगी |

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