यहाँ हम बात करेंगे बेटीयों के सुनहरे भविष्य के लिए प्रमुख निवेश योजनाए-2023 कौन कौन सी है या ऐसे कहे की 5 Best investment options for girl child in Hindi .एक जिम्मेदार नागरिक के लिए अपने बच्चो के भविष्य को लेकर चिंतित होना आम बात है | खास कर जब लड़की हो | भारत के हर वे माता पिता जिनकी बेटी है ,उसके भविष्य के लिये एक योजना बद्ध तरीके से निवेश के लिये तैयारी करना ज्यादा समझदारी मानते है | आज कल समाज मे बेटियों को ज्यादा कामयाब बनाने या ये कहे की उन्हे आत्मनिर्भर बना कर उनकी भविष्य को सुरक्षित करने की सोच रहती है ,जो एक अच्छी सोच है |
ऐसे मे माता पिता और परिवार की जिम्मेदारी तो है ही , साथ मे सरकार भी कई योजनाओ के तहत लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रोत्साहन देती रहती है ,जिससे गार्जियन के लिए इस तरह का फैसले लेना और भी अशान हो जाता है |
अगर आप भी अपने प्यारी सी बिटिया के भविष्य को सवारने और सुखद बनाने के लिए किसी बेहतर निवेश बिकल्प की तलाश मे है तो मै आपके इस समस्या का समाधान लेकर आया हूँ ,जिसमे आपसे बहुत ही सरल तरीके से पाँच ऐसे स्कीम के बारे मे चर्चा करूंगा जो आपके निवेश को और भी सुगम और लाभदायी बनायेगे |
- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
- पब्लिक प्रोविडेंट फ़ंड (PPF)
- फ़िक्स्ड डिपॉजिट (FD)/ रेकरिंग डिपॉजिट (RD)
- ओरिएंटेड सॉलुसन फ़ंड
- एक्विटी म्यूचुअल फ़ंड
अब बारी बारी से इन सभी स्कीम के बारे मे बारीकी से चर्चा करेंगे और समझने की कोशिश करेंगे की यहा निवेश कर के कैसे अपने बेटियों के भविष्य को ससुरक्षित किया जा सकता है ……
1. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
ये योजन बेटियों के लिए काफी अच्छा निवेश का माध्यम माना जाता है | जो Small saving scheme के अंतर्गत आती है | इस योजना की शुरुआत साल 2015 मे केंद्र सरकार द्वारा की गयी थी | सुकन्या समृद्धि योजना मे कोई भी भारतीय नागरिक जिसके बेटी की उम्र 10 साल से कम है ,खाता खुलवा सकता है |
अगर आप के बेटी की उम्र 10 साल से कम है और आप इस योजना का पूरी तरह से लाभ उठाना चाहते है तो आपको अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस या किसी ऐसे बैंक से संपर्क करना होगा जहां पर सुकन्या खाता का संचालन होता हो | आम तौर पर लगभग सभी बैंक इस योजना का लाभ अपने नए या पुराने ग्राहक को देते है |
सुकन्या खाता को खुलवाने की प्रक्रिया भी बिलकुल ऐसे है जैसे आप अन्य अकाउंट खुलवाते है | इसके लिए आपको बेटी के जन्म प्रमाण पत्र के साथ एक फोटो वाला पहचान पत्र और पता का विवरण चाहिए | एक अशान सा फॉर्म भरना होता है,और बर्तमान मे आप मात्र 250 रुपये जमा करने के साथ इस खाते की शुरुआत कर सकते है |
साल 2015 मे जब इस योजना की शुरुआत हुई थी तब 1000 रुपए से खाता की शुरुआत होती थी पर इसको और भी अशान बनाते हुये इसे 250 रुपए कर दिया गया |
इस योजना की कुछ खास बाते है जिस ध्यान देना बहुत ही जरूरी है ….
यह योजना केवल और केवल बेटियों के लिए है ,बेटों के लिए नहीं है |
बेटी आपकी हो या प्रामाणिक तौर पर गोद ली हुई बेटी के लिए इस स्कीम के तहत निवेश कर उसका फायदा उठा सकते है |आप अपने दो बेटियों के नाम पर ही सुकन्या का खाता खुलवा सकते है |अगर आपकी एक बेटी है और फिर जुड़वा बेटियाँ हो जाती है तो ऐसी स्थिति मे तीनों बेटियों के नाम खाता खुल सकता है पर इसके लिए आपको प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी |
इस अकाउंट मे आप अधिकतम 15 साल तक रकम जमा कर सकते है | खाता खोलने के समय अगर बेटी की उम्र 9 साल है तो आप बेटी के 24 साल के उम्र तक आप पैसा जमा कर सकते है ,और बेटी के 30 साल के उम्र तक आप जमा राशि पर ब्याज प्राप्त कर सकते है |
प्रत्येक बित्तीय वर्ष मे अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा करने का प्रावधान है |यदि गलती से किसी बित्तीय वर्ष मे आपने इससे ज्यादा रकम जमा कर दिया तो आपको अतिरिक्त रकम पर कोई ब्याज नहीं दी जायेगी | और हाँ आप जब चाहे इस अतिरिक्त रकम को निकाल सकते है |
आपको प्रत्येक वित्तीय वर्ष मे कम से कम 250 रुपये जमा करना अनिवार्य है अगर कभी इस नियम को तोड़ते है तो आपके अकाउंट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा और इसे फिर से शुरू करने के लिए हर एक वर्ष के हिसाब से 50 रुपये पेनाल्टी के रूप मे देना होगा |
इस स्कीम मे सबसे अच्छी बात ये है आप अपने सुबिधा अनुसार कभी भी रकम जमा कर सकते है इसके लिए आपको साप्ताह,महिना या साल का इंतेजर नहीं करना पड़ेगा | आपके पास जब भी पैसा हो आपको बेफिक्र होकर संबन्धित पोस्ट ऑफिस या बैंक मे जाना है और रकम जमा हो जाएगी |
आपके द्वारा जमा की गयी रकम पर हर तीन महीने मे केंद्र सरकार द्वारा ब्याज दर को संसोधित किया जाता है | इसके हिसाब से आपके खाते मे प्राप्त ब्याज भी जमा कर दी जाती है |
सुकन्या खाता को आप देश के अंदर कहीं से कहीं भी अपने सुबिधा अनुशार ट्रांसफर भी कर सकते है |मान लीजिये अभी जिस शहर मे आप रहते है वहाँ से कही और शीफ्ट होना चाहते है ,तो बड़े ही आसानी से अपना खाता भी वहाँ शिफ्ट करा सकते है |
अगर स्थिति कुछ ऐसी होती है की आप कही विदेश जा कर वहाँ की नागरिकता प्राप्त कर लेते है तो यहा की नागरिकता खत्म होने के साथ ही आपके अकाउंट को बंद कर दिया जाएगा और उस पर कोई ब्याज नहीं दी जाएगी|
2. पब्लिक प्रोविडेंट फ़ंड (PPF)
बात अगर बेटी के भविष्य से जुड़ी हो तो निवेश का सबसे बेहतर और दूसरा बिकल्प PPF को माना जाता है | ये बिलकुल सुरक्षित और आकर्षक माना जाता है ,क्योकि ये पूरी तरह केंद्र सरकार की निगरानी और नियमो से बंधा होता है |PPF की स्थापना भारत सरकार द्वारा वर्ष 1968 मे की गयी थी |
PPF अकाउंट किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस मे बड़े ही आसानी से खोला जा सकता है | इसमें कुछ जरूरी कागजात जैसे फोटो पहचान पत्र और निवास के पत्ते के विवरण की आवश्यकता होती है |
ये भी सुकन्या की तरह सुरक्षित होने के साथ गारंटिड रिटर्न भी देता है जिसका दर हर तिमाही मे संशोधित किया जाता है | इसमे भी जमा की गयी रकम पर 80 C के तहत छुट मिलती है और मिलने वाला ब्याज भी पूरी तरह TAX FREE होता है |
लंबी अवधि का निवेश होने के कारण बेटी की शिक्षा और शादी के लिए बहुत ही सटीक और सही निवेश माना जाता है | इसकी अवधि 15 साल की होती है | इसमे 15 साल से पहले पैसा निकालना थोड़ा मुश्किल होता है | अगर बहुत जरूरी हो तो खाता खुलने के 7 वें साल में कुछ शर्तो के साथ आंशिक भुगतान का प्रावधान है |
अगर आप PPF का अकाउंट खोलन चाहते है तो इसकी शुरुआत आप मात्र 500 रुपए से कर सकते है | इसमे आप अधिकतम एक वित्तीय वर्ष मे डेढ़ लाख तक की रकम को जमा कर सकते है | एक वित्तीय वर्ष मे इससे ज्यादा रकम जमा करने की स्थिति मे अतिरिक्त रकम पर आपको कोई ब्याज नहीं दी जाएगी |
PPF के पुराने नियमों के तहत आप एक वित्तीय वर्ष मे 12 बार से जायदा जमा नहीं कर सकते थे | पर 2019 मे इसे संशोधित कर इस नियम को हटा दिया गया है |अब आप जितना चाहे उतनी बार पैसा जमा कर सकते है |
अगर आपने एक बार अपने PPF अकाउंट को पूरी तरह बंद कर दिया तो आप फिर कभी दुबारा अकाउंट नहीं खुलवा पाएंगे ,क्योकि एक आदमी के नाम पर केवल एक ही पीपीएफ़ अकाउंट खुल सकता है |
इस योजना के तहत आप बेटी के भविष्य के साथ अपने भविष्य की भी प्लानिंग कर सकते है | इसमे सबसे अच्छी बात एक और भी है की अगर आप अपना रकम महीने के 5 तारीख तक करते है तो आपको उस पूरे महीने की ब्याज दी जाती है |
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आप अपने बालिग बेटी (जिसकी उम्र 18 साल हो चुकी हो ) के नाम से भी अकाउंट खुलवा कर उसमे प्रत्येक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च के बीच ) मे डेढ़ लाख तक रकम जमा कर सकते है | ऐसी स्थिति मे आपको पैसे का स्रोत बताना जरूरी होता है ,यदि आपके नाम से पहले से पीपीएफ़ अकाउंट हो |
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है की इस अकाउंट मे जमा रकम किसी भी स्थिति मे जप्त नहीं किया जा सकता | साफ शब्दों मे कहे तो अगर बैंक या कही और आपकी देनदारी है तो उसकी भरपाई आपके पीपीएफ़ अकाउंट के रकम से बिना आपके अनुमति नहीं की जा सकती |
इस तरह पीपीएफ़ मे निवेश करके अपनी बेटी की शिक्षा और शादी या फिर दोनों की प्लानिंग बड़े ही आसानी से निश्चिंत हो कर सकते है |
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3. फ़िक्स्ड डिपॉजिट (FD)/ रेकरिंग डिपॉजिट (RD)
FD भी एक सुरक्षित निवेश का जरिया पुराने समय से ही माना जाता है जिसे फ़िक्स्ड डिपॉजिट भी कहा जाता है |
अब आइए हम सबसे पहले ये समझने की कोशिश करते है की फ़िक्स्ड डिपॉजिट या FD क्या होता है ?
जब हम किसी एक मुस्त रकम को किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस मे निश्चित समय के लिए निश्चित ब्याज दर पर जमा करते है तो यह फ़िक्स्ड डिपॉजिट या FD कहलाता है |
अगर बेटी के सुरक्षित भविष्य के लिए आपको FD या फ़िक्स्ड डिपोसित मे निवेश करना है तो इसके लिए जरूरी है की आपके पास पर्याप्त रकम होना जरूरी है | मेरे पर्याप्त शब्द का मतलब ये नहीं की बहुत ज्यादा रकम होगी तभी FD होगी |चुकी यहा हम बेटी के शिक्षा और विवाह से जुड़ी तैयारियो की चर्चा कर रहे है ,इसलिए पर्याप्त शब्द का इस्तेमाल किया क्योकि इसके लिए आपको एक ही बार मे पूरी रकम जमा करना होता है |
यदि आपकी रकम बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त है तो निश्चित तौर पर उसका फ़िक्स्ड डिपॉजिट कर देना समझदारी का कम है ,पर आपको ये पता होना चाहिए की उस रकम की आवश्यकता कब पड़ने वाली है |अगर आपको समय के मध्य मे ही पैसा निकालना पड़ा तो इससे आपके मिलने वाले ब्याज मे नुकसान हो सकता है |
क्योकि अगर तय समय से पहले रकम निकली गयी तो 0.5% -1% तक मिलने वाले ब्याज मे कमी हो सकती है |
FD को सुरक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है ,इसका एक कारण यह भी है की शेयर मार्केट या बाजार मे किसी तरह के होने वाले गिरावट से कोई असर नहीं होता ,इस पर तय होने वाल ब्याज निश्चित अवधि को पूरा करने के बाद हर स्थिति मे प्राप्त होता है जो की बिल्कुल सुकन्या और पीपीएफ़ की तरह ही होता है |
एक मुस्त रकम जमा करने के बात आप अपने इक्षा अनुसार अपना ब्याज अपने सेविंग अकाउंट मे तिमाही ,छमाही या वार्षिक समय मे भी ले सकते है ,पे अगर आपकी योजन रकम को बेटी की शिक्षा या विवाह के लिए है तो ऐसा करना समझदारी नहीं होगी |
अच्छा होगा की आप पूरी रकम को अवधि पूरी होने के बाद एयक साथ ले |
FD या फ़िक्स्ड डिपॉज़िट के समय अवधि की बात करे तो आप इसकी अवधि अपने आवश्यकतानुसार तय कर सकते है | इसमे आप नुनतम 7 दिन से लेकर अधिकतम 10 वर्ष की अवधि निश्चित कर सकते है , इसमे ध्यान देने वाली बतयाह है की अवधि के हिसाब से आपका ब्याज दर भी तय होता है | चुकी इसका नाम ही फ़िक्स्ड डिपॉजिट है ,तो इसे एक निश्चित अवधि के लिए फिक्स किया जाता है ,अगर इसे समय से पहले निकाला जय तो मिलने वाले ब्याज दर मे आपको 0.5 %से 1% तक का नुकसान झेलना पड़ सकता है |
लेकिन अगर आपका एक भरी भरकम रकम बचत खाता मे है और अप को पता है की अप उस पैसे का उपयोग कब करने वाले है ,यानि आपके बेटी के पढ़ाई या शादी के लिए कब इस्तेमाल करने वाले है तो आपको निश्चित तौर पर उसे एफ़डी मे डाल देना चाहिए क्योकि बचत खाता से एफ़डी पर आपको लगभग दुगुना ब्याज की प्राप्ति होती है |
एफ़डी के लिए अगर आप एक करोड़ रुपए जमा करते है तो आपको बैंक द्वारा इस पर अतिरिक्त ब्याज भी दिये जाने का प्रावधान है ,जो की आपको संबन्धित शाखा से जानकारी प्राप्त हो जाएगी |
इसमे मै आपको एक जानकारी देना चाहूँगा की अगर आप इस एफ़डी के जरिये एक वित्तीय वर्ष (1अप्रैल से 31 मार्च के बीच ) ब्याज के जरिये दस हजार रुपए से ज्यादा ब्याज प्राप्त करते है तो आप को इस ब्याज पर अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स देना पड़ेगा |
अब हम RD के बारे मे समझने की कोशिश करते है ,की RD या रेक्कुरिंग डिपॉज़िट क्या होती है …?
आरडी बचत का एक बहुत बढ़िया और अनुशशित माध्यम माना जाता है | अगर आप अपने बच्चे या बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित है की आपके पास एक बड़ी राशि उपलब्ध नहीं है तो आप को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है | आरडी के द्वारा छोटी छोटी रकम को जमा कर के भी आप अपने लक्ष्य तक पाहुच सकते है |
आप अपने नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस जा कर आरडी के लिए आवेदन कर खाता खुलवा सकते है |अगर आप नेट बैंकिंग का उपयोग करते है तो आप घर बैठे अपने बैंक मे आरडी का अकाउंट खोल सकते है |
अब हम आपको बताने की कोशिश करते है की आरडी क्या होती है …?
इसे Recurring Deposit या आवर्ती जमा भी कहते है ,इसमे आपको हर महीने एक निश्चित राशि ,निश्चित समय के लिए जमा करना होता है जिस पर आपको निश्चित रिटर्न दी जाती है |अगर आप नौकरी पेशा से है तो हर महीने आपके आरडी खाते मे आपके द्वारा तय की गयी राशि बैंक अपने आप जमा कर देती है ,लेकिन इसके लिए आपको बैंक से एक फॉर्म को लेकर भर कर फिर उसे बैक मे जमा करनी पड़ती है | इस पूरी प्रक्रिया को ECS यानी की Electronic Clearing Service कहते है | ECS प्रक्रिया को पूरी करने का मतलब है की आपकी सहमति से बैंक आपके आरडी अकाउंट मे पैसा जमा करती है |
आपका कोई बीजनेस या कोई अपना काम है तो भी आप इस मे खाता खुलवा कर हर महीने एक तय राशि को जमा करने के बाद अच्छा रिटर्न कमा सकते है |
अगर आपके पास कोई छोटा लक्ष्य भी है जिसके लिए आप एक मुस्त राशि एकत्रित करना चाहते है तो आरडी आपके लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है | इसकी शुरुआत आप एक छोटी रकम के साथ भी कर सकते है ,इसकी न्यूनतम राशि अलग अलग बैंको मे अलग हो सकती है पर आम तौर पर अधिकतर बैंक 500-1000 तक शुरू करती है |
Recurring Deposit मे समय सीमा की बात करे तो आप इसमे 6 महीने से लेकर 10 साल तक एक योजना बद्ध और अनुशशित तरीके से अपने बेटी के शिक्षा या विवाह से संबन्धित धनराशि इकट्ठा कर सकते है | जिसमे आपको एक निश्चित राशि की प्राप्ति होगी |इसकी समय सियम 3 के गुणांक मे तय की जाती है जैसे 6 महीने ,9 महीने ,इत्यादि |
इसमे मै आपको एक और बात बताना चाहूँगा की अगर आप इस आरडी के जरिये एक वित्तीय वर्ष (1अप्रैल से 31 मार्च के बीच ) मे ब्याज के जरिये दस हजार रुपए से ज्यादा ब्याज प्राप्त करते है तो आप को इस ब्याज पर अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स देना पड़ेगा |
4. ओरिएंटेड सॉलुसन फ़ंड
Oriented solution fund एक mutual fund की category है | जिसे SEBI (Security and Exchange Board Of India ) ने रिटायरमेंट और बच्चों के सुरक्षित भविष्य को ध्यान मे रख कर बनाया था |
आप भी बेटी के शिक्षा और विवाह संबंधी धन संग्रह करने की सोच रहे है तो ये फंड आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है | इसमे आप हर महीने SIP (Systematic Investment Plan ) के जरिये एक निश्चित राशि निवेश कर सकते है | इसकी locking period 5 साल की होती है | साफ शब्दों मे कहे तो आप 5 साल से पहले इस फंड को नहीं तोड़ सकते है , अगर बहुत जरूरी हो तो सशर्त आपको अनुमति दी जा सकती है पर इसमे नुकसान हो सकता है |
locking period वैसे तो निवेश के अनुशाशन को बनाए रखने के लिए होता है पर अपने लक्ष्य के करीब पहुच कर ही फंड को रीडिम करना ज्यादा समझदारी मानी जाती है |
oriented solution fund मे equity के साथ debt फंड के होने से इसकी जोखिम कम हो जाती है जिससे लक्ष्य की प्राप्ति और आसान हो जाती है | इसमे भी आप निवेश किए गए राशि पर 80 C के तहत टैक्स मे डेढ़ लाख तक का छुट प्राप्त कर सकते है |
आइए अब हम ये समझने की कोशिश करते है की oriented solution fund मे निवेश की क्या प्रक्रिया है …
अगर आप पहली बार mutual fund मे निवेश करने जा रहे है तो आपको पहले इसकी पूरी प्रक्रिया को समझना बहुत जरूरी है ताकि आपको निवेश के दौरान किसी समस्या का सामना न करना पड़े |
Mutual fund मे पहली बार निवेश करने के लिए सबसे पहले निवेशक को अपनी KYC करनी पड़ती है |KYC समान्यत: दो तरीकों से किया जाता है |
- OFFLINE KYC
- ONLINE KYC
OFFLINE KYC करने के लिए आपको किसी भी mutual fund कंपनी से एक KYC फार्म को लेना होता है उसके बाद उस पर मांगी गयी सारी जानकारी को ध्यान से भरकर आधार कार्ड के साथ एक फोटो आईडी और एड्रेस प्रूफ देना होता है |जिसे किसी mutual fand ऑफिस या रजिस्ट्रार के पास जमा कराया जा सकता है | OFFLINE KYC की प्रक्रिया पूरी होने मे लगभग एक सप्ताह का समय लग सकता है |
ONLINE KYC बहुत ही आसान है , लेकिन हर mutual fund कंपनी ONLINE KYC नहीं करती | फिर भी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है | क्योकि जरूरी नहीं की जहां आपको निवेश करना है वहीं से केवाईसी करना है |
आप किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी के website पर जा कर अपना e KYC कर सकते है और इसका अप्रूवल भी कुछ मिनट के अंदर ही मिल जाता है ,उसके बाद अपने निवेश को किसी ब्रोकर के द्वारा या खुद भी संबन्धित म्यूचुअल फंड कंपनी के वैबसाइट पर जा कर डाइरैक्ट प्लान के तहत शुरू कर सकते है |
लेकिन इसमे एक बात ध्यान देने वाली बात ये है की e KYC से आप एक वित्त वर्ष मे आप पचास हजार से ज्यादा का निवेश नहीं कर पाएंगे ,अगर इससे ज्यादा निवेश करना है तो आपको offline KYC करना ही होगा | जो की केवल एक बार करनी होती है फिर आप जहा चाहे ,जितना चाहे निवेश कर सकते है |
5. एक्विटी म्यूचुअल फ़ंड
इक्विटि म्यूचुअल फंड ,म्यूचुअल फंड की एक अग्रेसिव कटेगारी मनी जाती है | क्योकि इसमे अच्छे रिटर्न की संभावना होती है | आप अपने बेटी के सुरक्षित भविष्य के लिए इसे एक बेहतर बिकल्प के रूप मे देख सकते है |
इस स्कीम मे फंड हाउस पैसा ज्यादातर शेयर मार्केट मे इन्वेस्ट करते है इसलिए इसका रिटर्न भी शेयर मार्केट के उतार और चढ़ाव से पूरी तरह प्रभावित होता है | इक्विटि म्यूचुअल फ़ंड को निवेश करने वाली कंपनियो के आधार पर तीन भागो मे बिभाजित किया गया है ,जो की Small cap, Mid cap और Large cap है |
इन तीनों भागो की बात करे तो इसमे सबसे सुरक्षित large cap को फिर mid cap को और सबसे अंत मे small cap को माना जाता है |लेकिन अगर कमाई की दृष्टि से देखे तो ठीक इसका उल्टा हो जाता है ,इसमे सबसे ज्यादा रिटर्न की संभावना small cap फिर mid cap और अंत मे large cap मे होता है |
इसमे ध्यान देने वाली एक बात ये है की अगर आपकी बेटी की शिक्षा या शादी के लिए कम से कम 5 से 10 साल का समय हो तभी इस बिकल्प के बारे सोचना ठीक होगा |
क्योकि एक्सपर्ट मानते है की कम समय के लिए इक्विटि म्यूचुअल फंड मे निवेश जोखिम भरा हो सकता है और आपके लक्ष्य पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है |
इसमे निवेश की प्रक्रिया भी ठीक वैसे ही होती है |अगर अप म्यूचुअल फंड मे पहली बार निवेश कर रहे है तो पहले KYC करना होगा | इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद आप किसी ब्रोकर कंपनी या खुद भी म्यूचुअल फंड कंपनी के वैबसाइट पर जा कर डाइरैक्ट प्लान मे निवेश कर सकते है |
अगर यह लेख आपके बिटिया के भविष्य के लिए निवेश मे उपयोगी सिद्ध हुआ ,तो हमे जरूर लिखे |धन्यवाद |
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